

देश में काला कानून का विरोध प्रदर्शन भारत के सम्पूर्ण राज्यों, संभागो और जिलों में हो रहा है, इसके बावजूद भी केंद्र सरकार, मोदी सरकार, ग्रह मंत्री इस काले कानून को वापिस नहीं ले रहे है क्यों ? पुरे देश में NRC/CAA/NPR लागू है आर्थिक जनगणना का नोटीफिकेशन शूरु हुवा है ।
NRC – NATIONAL REGISTERED CITIZEN
राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर
CAA – CITIZEN AMENDMENT ACT
नागरिक संसोधन अधिनियम
NRC – NATIONAL POPULATION RESISTER
राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर
1 अप्रैल 2020 से NPR शुरु होगा । जनगणना नही….! जनगणना 2021 में होगी । NPR होगा 2003 में बने कानून Registration of citizen and issue of National ID Card के अनुसार । जनगणना होगी जनगणना अधिनियम 1948 के तहत । जो कि 2021 में शुरू होगी । इसके लिए 2 बजट पारित हुए, NPR के लिए 3941.35 करोड़ और जनगणना के लिए 8754.23 करोड़ । इन सब जनगणना और सर्वेक्षण से जनजाती पर जानकारी के अभाव के चलते बुरा असर होने वाला है इसलिए कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है । सुचना और सुझाव?
?1# आज तक जो भी जनगणना कि गई उसका रिकार्ड पेन्सिल और खोड रब्बर का उपयोग करके भरा गया है । ऐसा रिकार्ड को कभी भी मिटाया जा सकता है, आप पेन से सही रिकार्ड भरने का आग्रह करे ।
?2# डिजिटल इंडिया का जमाना है, भविष्य में जनगणना रिपोर्ट और कोई भी सर्वेक्षण रिपोर्ट ऑन लाईन हो सकती है । इसलिए अपना पुरा नाम और अदर जानकारी हिंदी, इंग्लिस या राज्यो की भाषा में सही सही लिखे । बेहतर होगा की जो अपनी समाज का इंग्लिस पढना, लिखना जानता हो ऐसा आदिवासी सुशिक्षित युवक, युवती के समक्ष जनगणना फार्म भरे । आदिवासी सुशिक्षित युवक का कर्तव्य बनता है कि वह समाज को मार्गदर्शन करे । ताकी जनगणना रिपोर्ट में कोई गलती ही नहीं हो पाये । जनगणना अधिकारी सर्वेक्षण के लिए घर आने से पहले अपनी संपूर्ण जानकारी इंग्लिस स्पेलिंग के साथ अपनी रिकार्ड नुसार कोरे कागजों पर लिखकर रखना सबसे बेहतर है ।
?3# बोली-भाषा, मातृभाषा के कॉलम में गोंडी (Gondi) लिखे । आगे चलकर अपने आप को ट्राइबल सिद्ध करने के लिए यह महत्वपूर्ण एव्हिडेंट होगा । याद रखे ट्राइबल कि खुदकी बोली-भाषा होती है। जो जात वैधता प्रमाणपत्र निकाल ते वक्त लिखनी होती है।
?4# गोंडीयन समुदाय को जानबूझ कर कोई न कोई धर्म में समाविष्ट किया जा रहा है । धर्मांन्तरित गोंड का आरक्षण ख़तरे में आ सकता है । इसलिए धर्म (religion)के कॉलम में गोंडी धर्म (Gondi religion) या ट्राइबल रिलिजन(Tribal religion) लिखे । या तो अदर (Other) के कॉलम में अपने इन धर्मो को लिखे । इस के लिए अधिकारी पे दबाव डाले ।
?5# सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अनुसूचित जनजाति (Scheduled tribe) के कॉलम में आवश्यकता हो तो अपनी जात, उपजात, ट्राईब्स (Caste, sub-caste, tribe) अपनी राज्यो के अनुसूचित जनजाति लिस्ट (Scheduled tribes list) देख कर जैसे कि वैसे लिखे । देखने में आ रहा है कि गोंड लोग अपनी जाति लिखने में गलती कर रहे है, जैसे गोंड, गोड , गोड़, गौड, गौंड, गौंड़ लिख रहे है । गोंड का इंग्लिश में स्पेलिंग कुछ लोग GOUND लिख रहे है, सही वही है जो आपके राज्यो की अनुसूचित जनजाति लिस्ट में लिखा है । अपने मन से कुछ भी लिखोंगे तो अपने आप को ट्राइबल साबित कर नही पाओंगे । देश के अंदर छोटी-छोटी गलती को लेकर कही ऐसे मामले ट्राइबल संबंधी कोर्ट में चल रहे है ।
राजस्थान में मीना…मीणा इसमे कोन सही ट्राइबल है इसका वाद विवाद चालू है । महाराष्ट्रा में धांगड, धनगड (Dhangad) और धनगर जाती संबंधी विवाद चालू है । धांगड, धनगड (Dhangad) ट्राइबल लिस्ट में (36) पर है। धनगर जाती का कहना है कि धांगड, धनगड और धनगर एक ही जाती हैं । इस मांग को लेकर बडे आंदोलन हुये ।
लेकिन पिछली महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार ने धनगर को ट्राइबल का दर्जा नही दिया और वोट कि राजनिती को ध्यान में रखकर मामला शांत करने के उद्देश्य से आदिवासी जैसे सवलते, आरक्षण धनगर समाज को देने कि घोषणा की… ऐसा हि मामला महाराष्ट्रा में जाति नामसदृश को लेकर है । कुछ जाति शब्दों, अक्षर, नामो का थोडा – बहोत फरको का फायदा लेकर, काना, मात्रा, उकार, वेंलाटी का फायदा उठाते हुये अपने जाती प्रमाणपत्र बना कर आदिवासियों के आरक्षण का लाभ उठा रहे है ।
हाल हि मे महाराष्ट्र सरकार ने गैर-आदिवासीयों पर कार्रवाई करने हेतू 21/12/2019 को जी आर निकाला और 5289 गैर आदिवासी कर्मचारी को बरखास्त करके ओरिजिनल आदिवासी को नौकरी देने का फ़रमान निकाला कारवाही चालू है । संविधान के कलम 342(1) में स्पष्ट किया की किसी जाति समुह को समाविष्ट करने का अधिकार संसद को दिया है ।
संसद के सहमती से राष्ट्रपति किसी जाति समूह को अनुसूचित जनजाति लिस्ट में समाविष्ट कर सकते है । किसी जाति को अनुसूचित जनजाति लिस्ट में समाविष्ट करने का अधिकार केंद्र सरकार, राज्य सरकार, न्यायालय को भी नहीं । किसी जाति समुह को अनुसूचित जनजाति लिस्ट में समाविष्ट होने के लिए मौजूदा प्रोसेस से गुजरना होता है । कुल मिलाकर गोंड Gond इस शब्दों को सही नहीं लिखा गया तो ट्राइबल का सर्टीफिकेट बनाने में दिक्कत आ सकती है । सर्टीफिकेट नही तो आरक्षण नही ।
?6#देश के कई राज्यो में गोंड जनजाति को राष्ट्रपति द्वारा नोटीफीकेशन निकाल कर गोंड जनजाति को उनके अनुक्रमांक के साथ अनुसूचित जनजाति (Scheduled tribes) के लिस्ट में रखा गया है । कुछ राज्यो में गोंड जनजाति को अनुसूचित जाति (Scheduled caste) के लिस्ट में रखा है । गोंड जनजाति ने अपने राज्यो के लिस्ट में जैसी कास्ट, ट्राईब का नाम लिखा है वैसे ही इंग्लिस स्पेलिंग के साथ लिखना उचित है । निम्नलिखित राज्यो में गोंड जनजाती को उसके अनुक्रमांक के साथ जानकारी दि गई है ।
The scheduled castes and scheduled tribes orders (Amendment) Act, 1976 (अनुसूचित जातियां और अनुसूचित जनजातियां आदेश (संशोधन) अधिनियम 1976
बिहार में अनुक्रमांक (12)…गोंड…. Gond
पश्चिम बंगाल /West Bengal में अनुक्रमांक (12)….गोंड… Gond
उड़ीसा /Orissa अनुक्रमांक (22) ….गोंड, गोंडो ….Gond, Gondo
मध्य प्रदेश / Madhypradesh अनुक्रमांक (16)….गोंड…. Gond
छत्तीसगढ़ / Chhattisgarh अनुक्रमांक (16)….गोंड…. Gond
गुजरात /Gujarat अनुक्रमांक (12)… गोंड… राजगोंड….Gond, Rajgond
महाराष्ट्र /Maharashtra अनुक्रमांक (18)… गोंड, राजगोंड ….Gond, Rajgond
आन्ध्र प्रदेश Andhra Pradesh अनुक्रमांक (6)…गोंड, राजगोंड… Gond, Rajgond
झारखंड Jharkhand में The scheduled castes and Scheduled tribes order (Amendment) Act 1976 and as inserted by Act 30 of 2000 अनुक्रमांक (11)… गोंड… Gond
कर्नाटक / Karnataka The scheduled castes and scheduled tribes order (Amendment) Act 1976 and as inserted by Act 39 of 1991. अनुक्रमांक (9)…गोंड, राजगोंड… Gond, Rajgond
?7# केंद्र सरकार की ओर से नया गैजेट जारी किया गया है, जिसमें आर्थिक सर्वेक्षण और जनगणना के दौरान पुछे जाने वाले कुल 31 सवालो कि लिस्ट भी है ।
सवाल इस प्रकार है :- १= मकान नंबर २= जनगणना मकान नंबर ३= जनगणना मकान का फर्श,दिवान और छत प्रयुक्त सामग्री. ४= जनगणना मकान के उपयोग… ५= मकान की हलात.. ६= परिवार क्रमांक.. ७= परिवार मे सामान्यत: रहने वाले लोगो की कुल संख्या… ८= परिवार के मुखिया का नाम … ९= परिवार के मुखिया का लिंग … १०= क्या परिवार का मुखिया एससी,एसटी या अन्य से संबधित है…
११= मकान के स्वामित्व की स्थिती… १२= परिवार के पास रहने के लिए उपलब्ध कमरो की संख्या … १३= परिवार मे रहने वाले विवाहित दंपत्तियों की संख्या… १४= पेयजल का मुख्य स्त्रोत… १५= पेयजल स्त्रोत की उपलब्धता … १६= प्रकाश का मुख्य स्त्रोत… १७= शौचालय की उपलब्धता.. १८= शौचालय का प्रकार … १९= गंदे पाणी की निकासी … २०= स्त्रानगृह की उपलब्धता…
२१= रसोईघर एलपीजी, सीएनजी की उपलब्धता… २२= खाना पकाने के लिए प्रयुक्त मुख्य ईंधन.. २३= रेडिओ या ट्रांजिस्टर .. २४= टेलीविजन… २५= इंटरनेट सुविधा… २६= लैपटॉप या कंम्प्यूटर.. २७= मोबाईल,फोन,स्मार्टफोन… २८= साइकिल,स्कूटर,मोटरसायकिल,मोपेड… २९= कार,जिप,वैन… ३०= परिवार व्दारा उपयोग किया जाने वाला मुख्य अनाज.. ३१= मोबाईल नंबर…
(यह मैसेज केवल जनजाति समुदाय के ग्रुप में सेंट करे)
NRC, CAA में आपको कौन सा पेपर दिखना पड़ेगा,
?आधर कार्ड, नहीं चलेगा ।
?वोटर कार्ड, नहीं चलेगा ।
?पैन कार्ड, नहीं चलेगा ।
?ड्राइविंग लाइसेंस, नहीं चलेगा ।
?गैस का बुक, नहीं चलेगा ।
?बैंक की पासबुक, नहीं चलेगा ।
?पासपोर्ट, नहीं चलेगा । आपको ये साबित करना होगा कि आपके दादा परदादा कहां पैदा हुए थे उसके लिए आपके पास 1970-1971 या 1947 से पहले भारत में रहने के अपने जमीन के पेपर दिखाने होंगे जिसमें आपके दादाजी के सर नेम आपके पिताजी से मिलते हो और फिर आपके नाम आपके पिताजी से मिलते हो अगर सरनेम में या कहीं भी स्पेलिंग में फर्क मिलता है तो आप विदेशी घोषित हो जायेंगे ।
भारत में 70% जनता गांवों में रहती है और आज भी 60% से ज्यादा लोग अशिक्षित हैं जो कि अपना पेट पालने की कोशिश करते करते मर जाते हैं आज भी आदिवासी लोगों के पास जमीन नहीं है 60% लोगों के पास ना घर है ना जमीन है तो जमीन के पेपर कहाँ से लाएंगे सभी को विदेशी घोषित कर दिया जाएगा । इसलिए NRC, CAA के माध्यम से आरएसएस की सरकार भारत के मूलनिवासियो को गुलाम बनाने की योजना बना रखी है और पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से हिंदुओं को लाकर अपना वोट बैंक पक्का करके भारत को हिंदू राष्ट्र और ब्राह्मणों का राज स्थापित करने की कोशिश है । इसलिए भारत के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि NRC CAA NPR का खुलकर बिरोध करें ।