

मध्यकालीन गोंडवाना का क्षेत्र छोटी-छोटी प्रादेशिक इकाइयों से बना था जहां शासन संचालन एवं प्रबंधन के लिए किलों को बनाया गया था । इन्हीं प्रादेशिक इकाइयों को हम गढ़ कह सकते हैं । गढ़ इस समय प्रमुख राज्य अधीनस्थ ठौर-ठिकाने थे “गोंड राजा संग्राम साहि” के समय इनका राजपाट इन्हीं 52 गढ़ों के अंतर्गत फैला था ।
गढा़ राज्य के उत्थान के समय गोंडवाना में इनके 52 गढ़ थे ।
कर्नल स्लीमेन ने “संग्राम साहि” के इन 52 गढो़ं की सूची इस तरह से दी है ।
52 गढ़ और 57 परगना की सूची:-
2. सत्तावन परगना | 57 परगना के नाम
बावन गढ़ | 52 गढ़ के नाम
1) गढ़ा :- जबलपुर के पास पहाड़ी पर ।
2) माडो़गढ़ :- मंडला जबलपुर रोड पर कालपी से 8 किलोमीटर दूर मारूगढ़ गांव ।
3) पंचैलगढ़ :- जबलपुर स्थित सिहोरा के आसपास का क्षेत्र ।
4) सिंगौरगढ़ :- जबलपुर दमोह रोड पर ।
5) अमोदागढ़ :- जबलपुर जिला में कटंगी के निकट अमोदगढ़ ।
6) कनौजागढ़ :- जबलपुर जिला में बिलहरी के पास ।
7) बागमारगढ़ :- मंडला जिला में मवई सठियां से 8 किलोमीटर पूर्व की ओर कवर्धा जिले में ।
8) टीपागढ़ :- बालाघाट जिला में ।
9) रायगढ़ :- कवर्धा जिला के उत्तर में चिल्फी गांव से 7 किलोमीटर उत्तर पश्चिम ।
10) परतापगढ़ :- बिलासपुर जिला में ।
11) अमरगढ़ :- डिंडोरी से 20 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में वर्तमान अमरपुर ।
12) देवहारगढ़ :- डिंडोरी जिला में शाहपुर से 3 किलोमीटर पूर्व में ।
13) पाटनगढ़ :- जबलपुर से 30 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में वर्तमान अमरपुर ।
14) फतेहपुरगढ़ :- होशंगाबाद जिले की सोहागपुर तहसील में ।
15) निमुआगढ़ :- नरसिंहपुर जिला के पश्चिमी भाग में ।
16) भंवरगढ़ :- संभवत: नरसिंहपुर जिला में गाडरवारा के पास ।
17) बरगीगढ़ :- जबलपुर से 25 किलोमीटर दक्षिण में ।
18) घंसौरगढ़ :- सिवनी जिला में रेलवे स्टेशन ।
19) चैरईगढ़ :- छिंदवाड़ा से 32 किलोमीटर पूर्व में ।
20) डोंगरतालगढ़ :- नागपुर से 65 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में ।
21) करवागढ़ :- संभवत: सिवनी जिला में कुवागढ़ ।
22) झांझनगढ़ :- जबलपुर जिला में रतनपुर के पास ।
23) लाफागढ़ :- बिलासपुर जिला में रतनपुर के पास ।
24) संतागढ़ :- अज्ञात ।
25) दियागढ़ :- जबलपुर में बाघराजी के पास में महानदी के किनारे ।
26) बांकागढ़ :- अज्ञात ।
27) पवईगढ़ :- तहसील हटा से सिमरिया मोहंद्रा रोड पर ।
28) शाहनगरगढ़ :- पन्ना जिला में ।
29) धामोनीगढ़ :- सागर से बहरोल रोड पर ।
30) हटागढ़ :- जिला दमोह से 35 किलोमीटर दूर दमोह पन्ना रोड पर ।
31) मडि़यादोगढ़ :- दमोह जिला की तहसील हटा से 18 किलोमीटर दूरी पर दक्षिण दिशा में ।
32) गढ़ाकोटागढ़ :- दमोह से 30 किलोमीटर दूर दमोह सागर रोड पर ।
33) शाहगढ़ :- सागर से 65 किलोमीटर मालथौन रोड पर ।
34) गढ़पहरागढ़ :- सागर से 15 किलोमीटर दूर झांसी रोड पर ।
35) दमोहगढ़ :- दमोह जिला ।
36) रहलीगढ़ :- सागर से 40 किलोमीटर दूर सागर रहली रोड पर ।
37) इटवागढ़ :- सागर से 75 किलोमीटर दूर सागर रहली रोड पर ।
38) खिलमासागढ़ :- बीना स्टेशन मुख्यालय से 25 किलोमीटर उत्तर पूर्व में ।
39) गनौरगढ़ :- भोपाल के पास गिन्नौरगढ़ ।
40) बारीगढ़ :- रायसेन जिले में ।
41) चौकीगढ़ :- भोपाल जिले में होशंगाबाद से 20 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में ।
42) राहतगढ़ :- सागर से भोपाल रोड पर सागर से 40 किलोमीटर ।
43) मकड़ाईगढ़ :- हरदा से 40 किलोमीटर दूर दक्षिण में ।
44) कारुबागगढ़ :- रायसेन जिले में ।
45) कुरवाईगढ़ :- विदिशा जिला में ।
46) रायसेनगढ़ :- रायसेन में ।
47) भँवरासोगढ़ :- कुरवाई के पास ।
48) भोपालगढ़ :- भोपाल जिला ।
49) ओपदगढ़ :- जिला भोपाल ।
50) पूनागढ़ :- संभवतः नरसिंहपुर जिला में ।
51) देवरीगढ़ :- सागर से 55 किलोमीटर दूर सागर देवरी रोड पर ।
52) गौरझामर :- सागर देवरी रोड पर ।
अबुल फजल ने “आईन-ऐ-अकबरी” में संग्राम साहि को 52 गढो़ं का स्वामी कहा है । इन्होनें महारानी दुर्गावती को 57 परगनाओं की स्वामिनी कहा है ।
?संजू वाडीवा, भोपाल, मध्य प्रदेश 9893323746?
सत्तावन परगना | 57 परगना के नाम
1) सोला सुरकी बेनी गढ़
2) अधार तीरी डिंडॊरा गढ़
3) सारी गढ़ कजला
4) मंडला गढ़
5) रायसींगोला गढ़
6) हरदी गढ़
7) रिंगनी गढ़
8) खूमोनी गढ़
9) धमदा गढ़
10) पायली गढ़
11) पंपासूर गढ़
12) कोवली गढ़
13) बंगा गढ़
14) चीमोनी गढ़
15) चौरा गढ़
16) हरिया गढ़
17) गावील गढ़
18) अशीर गढ़
19) रीवा गढ़
20) केरामई गढ़
21) जावेली गढ़
22) गंगा झमेरी गढ़
23) लोहा गढ़
24) हीरा गढ़
25) लांझी गढ़
26) नांद गढ़
27) खेरा गढ़
28) बलऊद गढ़
29) बस्तारी गढ़
30) पहारी गढ़
31) सेवता गढ़
32) राजगिनोरा गढ़
33) गजाम गढ़
34) दंतेवाड़ा गढ़
35) महिपजय गढ़
36) चौकी गढ़
37) सारवा गढ़
38) गिरोला गढ़
39) नांदपुर गढ़
40) परतापुर गढ़
41) आष्टा गढ़
42) सूरगढ़
43) रायगढ़
44) सारंग गढ़
45) रतनपुर गढ़
46) सुरीया गढ़
47) रमकोला गढ़
48) धर्म गढ़
49) परताबपुर गढ़
50) चारमीरा गढ़
51) जनकापुर गढ़
52) रीवा गढ़
53) सिंगरोला गढ़
54) कालिंजार गढ़
55) खजूर गढ़
56) शहाडउल गढ़
57) चोवनी गढ़
आप भी गोंडवाना शासन काल के स्वर्णिम युग की 57 परगनाओं के स्थान को ढूंढने का प्रयास करें ?